वन नेशन वन इलेक्शन को कैबिनेट मंजूरी भारतीय लोकतंत्र व्यवस्था मे मील का पत्थर : नरेश बंसल
देहरादून ( राव शहजाद ) । डा. नरेश बंसल ने मोदी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर हर्ष जताया है।उन्होने उत्तरकाशी के विश्व प्रसिद्ध भगवान विश्वनाथ मंदिर मे मोदी के जन्मदिवस पर कार्यकर्ताओ संग पुजा कर मोदी की दीर्घायु व उत्तम स्वास्थ्य की कामना की साथ ही 100सफल दिन पूरे होने की बधाई दी व सेवा पखवाड़ा का शुभारंभ किया। डा. नरेश बंसल ने वन नेशन वन इलेक्शन मोदी कैबिनेट मे पास होने व राम नाथ कोविंद द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट को मंजूरी मिलने को भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए मिल का पत्थर बताया है व कहा की यह बहुत समय से अपेक्षित था लगभग सभी राष्ट्र वादी पार्टी यो ने इस पर सहमती जताई है व इससे समय व पैसे दोनो की बचत होगी,विकास पर फोकस होगा व बार बार चुनाव से बचा जाएगा।डा. नरेश बंसल ने कहा कि मोदी है तो मुमकिन है।
डा. नरेश बंसल ने कहा कि मोदी 3.0 के मात्र 100 दिनों में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उनका नेतृत्व प्रगति, दृढ़ संकल्प और परिवर्तन का पर्याय है। इन पहले 100 दिनों का पूरा होना राष्ट्र से किए गए वादों को पूरा करने की उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। डा. बंसल ने कहा कि बुनियादी ढांचे, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, युवा सशक्तीकरण और सुरक्षा में उपलब्धियों की एक प्रभावशाली सूची के साथ, मोदी सरकार ने एक संपन्न, आत्मनिर्भर भारत की नींव रखी है।
डा. नरेश बंसल ने कहा कि मोदी 3.0 के पहले 100 दिन पूरे होने पर, सरकार के प्रयास भारत को वैश्विक महाशक्ति में बदलने की उसकी प्रतिबद्धता का स्पष्ट संकेत हैं। राष्ट्र के सर्वागीण विकास को नरेंद्र मोदी जी की अगुवाई मे मोदी 3.0 ने समावेशी विकास के लिए एक रोडमैप तैयार किया है जो भारतीय समाज के हर पहलू को छूता है।
डा. नरेश बंसल ने कहा कि नरेंद्र मोदी का ओजपूर्ण नेतृत्व आत्मविश्वास को प्रेरित करता रहता है, और उनकी परिवर्तनकारी दृष्टि भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का वादा करती है। प्रत्येक बीतते दिन के साथ, मोदी 3.0 यह साबित कर रहा है कि यह सरकार न केवल अपेक्षाओं को पूरा कर रही है – बल्कि उनसे बढ़कर भी कर रही है।
डा. नरेश बंसल ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की यात्रा साहसिक सुधारों, दूरदर्शी नेतृत्व और अपने सभी नागरिकों के लिए बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए अडिग समर्पण की यात्रा है। अगला अध्याय और भी बड़ी उपलब्धियों का वादा करता है, क्योंकि भारत 2047 तक विकसित भारत के उद्देश्य और दिशा की नई भावना के साथ आगे बढ़ रहा है।