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भाव विभोर होकर भगवान राम लक्ष्मण के बाल रूप की करी आरती

सुभाष बनखंडी श्री रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित रामलीला का तीसरा दिवस

ऋषिकेश ( राव शहजाद )। सुभाष बनखंडी श्री रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित बनखंडी स्थित रामलीला प्रांगण में चल रही रामलीला के तीसरे दिन रामजन्म ,सीता जन्म और ताड़िका वध का मंचन किया गया। कमेटी के अध्यक्ष हरिराम अरोड़ा और महामंत्री योगेश कालरा ने बताया कि शनिवार को हुए रामलीला मंचन में सर्वप्रथम गणेश वंदना से शुरुआत गई। तीसरे दिन का मुख्य आकर्षण राम जन्म सीता जन्म और ताड़िका वध रहा। कलाकारों के सुंदर मंचन के कारण रामलीला का पूरा प्रांगण खचाखच भीड़ से भर गया, और कुर्सियां कम पड़ गई,। जिसको जहां-जगह मिली, वह वही नीचे बैठकर या खड़े होकर भगवान राम की लीला का दृश्यवलोकन करने लगा। उन्होंने बताया कि शनिवार को रामलीला मंचन में मिथिला नरेश जनक ने अपनी पत्नी सुनैना के साथ वर्षा होने के लिए खेत में हल चलाया कि तभी धरती से माता सीता प्रकट हुई, इस प्रकार माता सीता के जन्म का सुंदर मंचन हुआ। उन्होंने बताया कि लीला के दूसरे मुख्य पाठ में राम जन्म की लीला का मंचन इस प्रकार दर्शाया गया कि जब राजा दशरथ को कोई संतान नहीं हुई तो उन्होंने गुरु वशिष्ट के बताने पर श्रृंगी ऋषि द्वारा पुत्र यष्टि यज्ञ करवाया गया, जिससे उनका पुत्र प्राप्ति का वरदान मिला। फल स्वरुप राजा दशरथ की तीनों रानियां कौशल्या केकई और सुमित्रा को राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न पुत्रों की प्राप्ति हुई। उधर सुबहु और मारीच राक्षसों का अत्याचार ऋषि मुनियों पर बढ़ता देख मुनि विश्वामित्र ने राजा दशरथ से युवराज राम और लक्ष्मण कोई यज्ञ और ऋषि मुनियों की रक्षा हेतु मांगा गया। तथा राम और लक्ष्मण के बाल रूप द्वारा राक्षसी ताड़िका के वध का मंचन बहुत ही सुंदर रूप से किया गया। जिससे रामलीला प्रांगण में बैठी जनता भगवान राम की जय जयकार करने लगी। और भाव विभोर होकर बाल रूप में सजे राम लक्ष्मण की आरती कर उनके रूप में भगवान् का आशीर्वाद प्राप्त किया।

मौके पर पूर्व मेयर प्रत्याशी रहे दिनेश चंद्र मास्टर पार्षद पुष्पा संजय ध्यानी, सिमरन अमित उप्पल, सहित कमेटी के पदाधिकारी एवं नगर के गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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