आपातकाल केवल सत्ता का संकट नहीं था, वह संविधान की आत्मा पर किया था प्रहार : निशंक

ऋषिकेश । पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने भारतीय लोकतंत्र के दुर्दांत, दुखद एवं कलंकित अध्याय आपातकाल की 50 वर्ष पूरे होने पर आज भारतीय जनता पार्टी, जिला कार्यालय ऋषिकेश में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित किया है । शुक्रवार को रेलवे रोड स्थित भाजपा जिला कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में बोलते पूर्व मुख्यमंत्री निशंक ने कहा की इंदिरा गांधी ने लोकतांत्रिक संस्थाओं को कुचलते हुए रातों-रात आपातकाल थोप दिया। यह सत्ता की रक्षा के लिए लिया गया तानाशाही फैसला था, न कि राष्ट्रहित में। उन्होंने कहा कि 21 महीनों तक लोकतंत्र सेनानियों को बिना दोष के जेलों में डाला गया, विपक्ष का दमन हुआ है । आपातकाल केवल सत्ता का संकट नहीं था, वह संविधान की आत्मा पर किया गया प्रहार था। आज यह स्मृति हमें यह भी याद दिलाती है कि लोकतंत्र स्वतः सुरक्षित नहीं होता; उसे हर पीढ़ी को अपने बलिदान, सतर्कता और संकल्प से बचाना होता है। भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता इस विचार का संवाहक है कि संविधान सर्वोपरि है, और राष्ट्रहित सर्वोच्च है।
मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल , मेयर शंभू पासवान, डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला , ऋषिकेश जिला अध्यक्ष राजेन्द्र तड़ियाल , डोईवाला नगर पालिका अध्यक्ष नरेंद्र नेगी , भाजपा मंडलाध्यक्ष मनोज ध्यानी, कार्यक्रम संयोजक प्रतीक कालिया, पूर्व जिलाध्यक्ष रविंद्र राणा, पूर्व मेयर अनीता ममगाईं, मंडल महामंत्री दीपक बिष्ट, कविता शाह, संजीव चौहान, दिव्या बेलवाल, बृजेश शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे।