हिन्दी दिवस पर हिन्दी के ध्वजवाहक उमाकांत पंत का हुआ सम्मान
सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के विवेकानन्द योग सभागार में किया कार्यक्रम आयोजित
ऋषिकेश ( राव शहजाद ) । सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के विवेकानन्द योग सभागार में हिन्दी दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है । शनिवार को आवास विकास स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के कार्यक्रम में उप प्रधानाचार्य नागेंद्र पोखरियाल व वक्ताओं ने हिन्दी दिवस पर अपने अपने शब्दो में हिन्दी पर विचार रखे। साथ ही हिन्दी साहित्य के जगत व समाज में प्रचार करने के लिए अपनी आवाज के माध्यम से सभी के हौसले बुलंद करने के लिए डॉ.सुनील थपलियाल को विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत ने अंग वस्त्र पहनाकर और स्मृति चिन्ह देकर उनको सम्मानित किया। इस अवसर पर हिन्दी के सभी आचार्यों को भी प्रधानाचार्य ने सम्मानित किया । इस अवसर पर डॉ.सुनील थपलियाल ने कहा कि हिंदी और हिन्दुस्तान हमारा हैं और हम इसकी शान हैं दिल हमारा एक हैं और एक हमारी जान हैं करें हिन्दी से सही में प्यार तो कैसे करे लिखने से इंकार अगर मातृभाषा है हिंदी तो बोलने से क्यों करते हो इंकार हिंदी बस्ती है हिंदुस्तानीयों के दिल की हर धड़कनों में इसलिए तो प्रेम-भक्त गीत लिखे जाते है हिंदी में जो हर भारतीयों का सदा गौरव बढ़ते है। कार्यक्रम की शोभा को चार चांद लगाने का कार्य आवाज साहित्यक संस्था के सुनील की ओर से किया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत को भी सुनील थपलियाल द्वारा आवाज साहित्यक संस्था की ओर से शॉल ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह भेंट किया गया ।
विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत ने कहा कि सुनील थपलियाल ऋषिकेश में ही नहीं बल्कि उत्तराखंड में हिन्दी के ध्वजवाहक के रूप में हिन्दी का निरंतर शब्दों को माला रूपी में पिरोने का कार्य कर रहे है। ये हमारा सौभाग्य है कि आपको इस सभागार में सम्मान देने का हमे अवसर प्राप्त हुआ है। मौके पर रामगोपाल रतूड़ी के चले कार्यक्रम संचालन में मीडिया प्रभारी नरेन्द्र खुराना, वीरेंद्र कंसवाल,रजनी गर्ग, अजीत रावत,यशोदा भारद्वाज,मनोज पंत,रश्मि गुसाई मौजूद रहे।