28 फरवरी से प्रदर्शित होगी “जोना” गढ़वाली फीचर फिल्म

ऋषिकेश ( राव शहजाद ) । ऋषिकेश प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में पत्रकारों को जानकारी देते हुए फिल्म के लेखक एवं निर्देशक निशे ने बताया कि तितली फिल्म प्रस्तुति के बैनर तले बनी गढ़वाली फीचर फिल्म “जोना” जोना नाम की नायिका के इर्द-गिर्द पिरोई गई एक भावना प्रधान कहानी है, जो कि शहर से गाँव में आए एक युवक के लिए प्रेरणा साबित होती है। फिल्म का मुख्य नायक ‘राजीव’ एक एमबीबीएस डॉक्टर है जो गाँव का मकान और जमीन बेचकर शहर में नर्सिंग होम खोलना चाहता है। लेकिन जोना से मिलने के बाद वह कुछ ऐसे घटनाक्रमों से गुजरता कि उसका हृदय परिवर्तन हो जाता है और अंततः अपने शहर का मकान और जमीन बेचकर अपने गाँव में ही चेरिटेबल अस्पताल बनाकर आजीवन स्वास्थ्य सेवाएं देता है । उन्होंने बताया कि शहरों के कंकरीटी भवनों, गमलों में पेड़-पौधे व कंटीले कैक्टस उगा कर हम सुकून ढूंढ रहे हैं। गढ़वाली फिल्म जोना के माध्यम से अपने ग्रामीण अंचलों के प्रति प्रेम को प्रदर्शित करते हुए अपने पहाड़ के लिए स्वास्थ्य, सड़क, शिक्षा, स्वरोजगार को अपनाकर हम एक बार फिर से खुशहाली ले सकते हैं। फिल्म में पलायन को रोकने का सार्थक प्रयास किया गया है। “शिक्षा या बुद्धिमत्ता का परिणाम सिर्फ मंगल अभियान और कागजों से खेलते रोजगार तक सीमित हो जाए तो सभ्यता के विकास का सूचक नहीं होता।
शिक्षा और बुद्धिमत्ता यदि आम आदमी के जीवन को आसान न बना पाए, खेतों में लहलहाती फसल को और हरा-भरा न कर पाए, किसी मजबूर बीमार को राहत न दे पाए व समाज के सबसे लाचार वर्ग के चेहरे पर मुस्कान न ला पाए तो हम समाज के उस वर्ग की श्रेणी में आते हैं, जहां हम सिर्फ जानवरों की तरह पेट भरते हैं और मृत्यु को अपनी नियति मानते हैं। मौके पर फिल्म के अभिनेता अर्जुन चंद्रा, हीरा सिंह नेगी, दीपक रावत, अंकित अरोड़ा, राहुल कुमार, ऋषिराज भट्ट सहित अन्य मौजूद रहे।