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गुरुजनों के सम्मुख नतमस्तक हुए सरस्वती विद्या मंदिर के पुरातन छात्र

ऋषिकेश ( राव शहजाद ) । सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कालेज आवास विकास ऋषिकेश में पुरातन छात्र सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। विद्यालय की गौरवशाली परंपरा और भारतीय संस्कृति एवं जीवन मूल्यों पर आधारित शिक्षा को समर्पित यह कार्यक्रम पूर्व छात्रों के लिए एक यादगार अवसर रहा। सम्मेलन का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत, प्रबंधक डॉ.गौरव कुमार वार्ष्णेय, अध्यक्ष डॉ.शशि कुमार शर्मा एवं प्रबंध समिति के पदाधिकारी व पुरातन छात्र छात्राओं के अध्यक्ष वैभव गोयल, उपाध्यक्ष दीपक गैरोला एवं अन्य पुरातन छात्र पदाधिकारी एवं विद्यालय के पूर्व में रहे सभी प्रधानाचार्य द्वारा संयुक्त रूप से माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम में सभी अतिथियों को अंग वस्त्र पहनाकर ओर बेज अलंकृत कर उनका स्वागत सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में डॉ.गौरव कुमार वार्ष्णेय ने छात्र छात्राओं को पुरातन छात्र छात्राओं को अपनी बधाई देते हुए कहा कि सफलता के शिखर पर पहुँचने के बाद भी सतत सीखते रहना और समाज सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहना आवश्यक है,ऐसे कार्य भी आप कर रहे है ,आप जीवन में ऐसे ही आगे बड़े हमारी शुभकामनाएं है आप सभी के लिए। वही कार्यक्रम में विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य राजेन्द्र प्रसाद पांडेय ने सभी छात्र छात्राओं को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी ओर कहा आप ऐसे युवा हैं जो हमारी विरासत के रूप में आज हमारे सामने विद्यमान हैं। विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ. शशि कुमार शर्मा ने भी उपस्थित पूर्व छात्रों का स्वागत किया एवं उन्हें प्रेरित करते हुए कहा कि पूर्व छात्रों का अनुभव नए छात्रों के लिए ‘जीवन पथ’ पर प्रकाश स्तंभ का कार्य करता है। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पुरातन छात्रों का अपने गुरुजनों से आत्मीय भेंट, अनुभवों का आदान-प्रदान और भावी पीढ़ी को मार्गदर्शन रहा। इस अवसर पर उपस्थित सभी पूर्व छात्र-छात्राओं ने विद्यालय की शिक्षण परंपरा और भविष्य की गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा की तथा अपने जीवन के प्रेरणादायक अनुभव साझा किए।

पुरातन छात्रों ने अपनी पुरानी यादें ताज़ा करते हुए भावुकता के साथ शिक्षकों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत ने पूर्व छात्रों को संबोधित करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि परंपरा, शिक्षा और नैतिक मूल्यों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्कारित शिक्षा ही जीवन में सफलता का आधार है। विद्यालय के मीडिया प्रभारी नरेन्द्र खुराना ने बताया कि विद्यालय परिवार की ओर से सभी उपस्थित पूर्व छात्रों का हार्दिक स्वागत और आभार व्यक्त किया गया। मौके पर विद्या मंदिर के पूर्व प्रधानाचार्य राजेन्द्र प्रसाद पांडेय,समर बहादुर चौहान, गिरीश शर्मा , पर्यावरण विद हेमंत गुप्ता, नंद किशोर भट्ट, राजीव खत्री ,रीना पाटिल ,नेहा मालयान, रजनी गर्ग,मीनाक्षी उनियाल, संदीप कुमार, वीरेन्द्र कंसवाल, मानसी सिंह , कुमार मंगलम , शुभम गोंद,अंकुर अग्रवाल सहित अन्य अध्यापकगण व लगभग 288 पुरातन छात्र छात्राएं सम्मिलित रहे।

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