ऋषिकेश इंटरनेशनल स्कूल ने हर्षोल्लास के साथ मनाया बारहवां वार्षिकोत्सव
राष्ट्र का उथान शिक्षा का उद्देश्य : मुख्यमंत्री

ऋषिकेश ( राव शहजाद ) । ऋषिकेश इंटरनेशनल स्कूल में बारहवां वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया I इस अवसर पर महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं विशिष्ट अतिथि के रुप मे कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने शिरकत की । गुरुवार को ढालवाला स्थित ऋषिकेश इंटरनेशनल स्कूल में बारहवें वार्षिकोत्सव में बात दे महोत्सव अनुभूति न केवल बाहरी रूप से बल्कि आंतरिक मन से भावविभोर होकर अपनी भावना को नृत्य कला द्वारा व्यक्त किया गया। इस अवसर पर विद्यालय समिति के प्रबंधक मोहन डंग, सचिव कैप्टन सुमंत डंग, पूजा डंग, महिमा डंग, प्रधानाचार्य विजय राजीव विल्सन ने सँयुक्त रूप से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी , कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल , महापौर ऋषिकेश शंभू पासवान, नगर पालिका मुनिकीरेती अध्यक्ष नीलम बिजलवान का स्वागत कर सम्मान स्वरूप स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट किये । कार्यक्रम में प्री- प्राइमरी कक्षा के नन्हे छात्र छात्राओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पुष्पगुच्छ भेट कर ह्रदय से अभिनंदन किया। वही सामूहिक रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। बता दे कार्यक्रम का शुभारंभ कक्षा दसवीं एवं बारहवीं के छात्र – छात्राओं द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना के साथ किया गया जिसमें छात्र छात्राओं ने ईश्वर के प्रति अपनी आस्था को दर्शाया । कक्षा प्री -प्राइमरी के नन्हे छात्र _छात्राओं ने जंगल थीम पर आधारित अपनी प्रस्तुति द्वारा वन्य जीवों के प्रति स्नेह भाव एवं प्राकृतिक सौंदर्य को सुंदर रूप में दर्शाया उन्होंने संदेश दिया कि जंगल और जानवर मानव जीवन के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं ।कक्षा एक से तीन के छात्र – छात्राओं ने आकर्षक गढ़वाली गीत मैशअप गुलाबी शरारा, घना घना, घुमे दे, चैत की चैताल, मधु- पर नृत्य प्रस्तुत कर उत्तराखंड की रूप रेखा को सहज व सुंदर ढंग से दर्शाया। वही कृष्ण लीला नृत्य अभिनय दिन के मुख्य आकर्षणों में से एक था। इसकी शुरुआत कृष्ण आरती के बाद कृष्ण जन्म से हुई। बाल लीला, मटकी फोड़, शेष नाग प्रकरण शुरू हुआ और कैसे इस पर कृष्ण ने काबू पा लिया । गोवर्धन पर्वत उठाने के बाद कृष्ण, राधा और गोपियों की रास लीला हुई राधा और गोपियों की रास लीला हुई। और उनके दोस्त कृष्ण की बांसुरी के संगीत का आनंद ले रहे थे। इसके बाद कौरवों और पांडवों के बीच चौपड़ का खेल, द्रौपदी का चीर हरण और अंत में भगवान कृष्ण द्वारा गीता ज्ञान को दर्शया गया । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दसवीं और बारहवीं कक्षा के टॉपर्स तथा उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किये । मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा का महत्व हमारे जीवन में बहुत अहमियत रखता है, वहीं हमारी संस्कृति भी हमारे जीवन को एक नई दिशा की ओर ले जाती है। हमें अपने आत्म अनुभव से प्रेरित होकर जीवन को और सहज और दृढ़ बनाना है जिससे हमारा आत्म विश्वास और अधिक मजबूत बने और सफलता की ऊंचाइयों को छूए। उन्होंने शिक्षा के साथ संस्कार प्रदान करने के स्कूल के प्रयास की सराहना की । विद्यालय सचिव कैप्टन सुमंत डंग ने मुख्यमंत्री के विचारो की सराहना करते हुए अश्वासन दिया कि आने वाले समय में यह विद्यालय एक नए शिखर पर होगा एवं सभी अभिभावकों को प्रोत्साहित किया कि सभी अपने बच्चों को शिक्षा के हर स्तर पर आगे बढ़ने का अवसर दे ताकि वो भविष्य में अपनी पहचान बना सके और राज्य और राष्ट्र को गौरवान्वित करें।
बाइट : सुमंत डंग विद्यालय सचिव

मौके पर जिलाधिकारी टिहरी नीतिका खंडेलवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, प्रधानाचार्य विजय राजीव विल्सन, डॉ. अमित गुप्ता, मानव जोहर, विशन खन्ना, अशोक अग्रवाल, अशोक शर्मा सहितसभी शिक्षक एवं अभिभावक उपस्थित रहे ।








