वीरांगना अहिल्याबाई होलकर की 300 वीं जयंती पर सुभाष बनखंडी श्री रामलीला कमेटी ने किया विचार गोष्ठी का आयोजन

ऋषिकेश ( राव शहजाद ) । सुभाष बनखंडी श्री रामलीला कमेटी द्वारा वीरांगना अहिल्याबाई होलकर की 300 वीं जयंती पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया है । शनिवार को बनखंडी स्थित रामलीला ग्राउंड में वीरांगना अहिल्याबाई होलकर की 300 वीं जयंती पर सुभाष बनखंडी श्री रामलीला कमेटी द्वारा एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें पाल समाज सहित सभी समाज के वर्गों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम मैं आई सभी उपस्थित गणों ने वीरांगना अहिल्याबाई होलकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर सुभाष बनखंडी श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष हरिराम अरोड़ा ने वीरांगना महारानी अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महारानी अहिल्याबाई होलकर ने पूरे भारत वर्ष ही नहीं अपितु उत्तराखंड में भी ऋषिकेश से लेकर केदारनाथ बद्रीनाथ तक सभी मठ मंदिरों के जीर्णोद्धार, कुए और बावडीयों के निर्माण तथा तमाम धर्मशालाओ का पुनरुद्धार किया। उनका जन्म 31 मई 1725 को महाराष्ट्र के चौड़ी गांव में हुआ था। उनके पिता मानकों सिंधे पाटीदार और माता सुशीला सिंधे थीं। मात्र 8 वर्ष की आयु में उनका विवाह खाडे राव से हुआ।1754 में युद्ध में पति की शहादत के बाद अहिल्याबाई ने अकेले राजकाज संभाला। वह एक कुशल प्रशासक साबित हुईं और कभी युद्ध में पराजित नहीं हुईं। उन्होंने धर्म, संस्कृति और पुरुषार्थ के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 1780 में उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया। उनका महारानी अहिल्याबाई का 1795 में इंदौर में निधन हो गया।
इस अवसर पर रामलीला कमेटी के योगेश कालरा, अशोक थापा, रणवीर सिंह, जितेंद्र पाल, सुशील पाल,रोहिताश पाल, शिवचरण पाल, अभिनव पाल, नीतीश पाल, अंकुश मौर्य, प्रेमकिशोर नौटियाल, पंकज जग्गा, संजय कपूर आदि सदस्य मौजूद थे। मौके पर नगर निगम महापौर शंभू पासवान, भाजपा जिला अध्यक्ष राजेंद्र तड़ियाल, कविता शाह, शिवम टुटेजा, राजू देवदत शर्मा, राकेश पाल, स्थानीय पार्षद सिमरन उप्पल, अमित उप्पल, ने भी कार्यक्रम में अपनी उपस्थिती दर्ज कराई है ।