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डीएम ने राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश का किया औचक निरीक्षण

स्वयं वाहन चलाकर चिकित्सालय पहुचे जिलाधिकारी

ऋषिकेश ( राव शहजाद ) ।जिलाधिकारी सविन बंसल ने ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय व‌ परिवहन कार्यालय का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया है । इस दौरान चिकित्सालय में अनियमितताएं पाए जाने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कुर्सी पर न होने के कारण उनका वेतन रोक दिया है। चिकित्सालय के खाली पड़े बेडों देखकर कारण पूछते हुए अधिकारियों को खूब जमकर लताड़ा है । शुक्रवार को जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल किसी बिना सूचना के स्वयं कार चला कर ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय पंहुचे और मौके पर पहुंचकर स्वयं ओपीडी की पर्ची बनावाई। मगर जिलाधिकारी के लाइन पर लगे होने की भंनक नहीं लाइन पर लगे मरीजों व अस्पताल प्रशासन को नहीं लगी। इस दौरान जिलाधिकारी ने जैसे ही वहां पर मौजूद मरीजों और उनके तिमानदारों से उनका हाल-चाल पूछा तो तभी जाकर अस्पताल प्रशासन को इसकी भंनक लगी और वहां अफरातफरी मच गई।

 

 

 

 

इस संबंध चिकित्सालय प्रशासन से जवाब तलब किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने सफाई व्यवस्थाओं पर नाराजगी व्यक्त की। इसके बाद वह मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कमरे में पहुंचे जहां वह सीट पर नहीं मिले। चिकित्सक की खाली होने का कारण पूछा। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में 5 से 6 विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात होने के उपरांत भी वार्ड खाली तथा ऑपरेशन थिएटर में कोई मरीज न होने पर नाराजगी दिखाइए। इसी के साथ चिकित्सालय में प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक के उपस्थित न रहने के साथ अव्यवस्थाओं पर वेतन रोकने के निर्देश‌ भी दिए। कुल मिलाकर जिलाधिकारी ने चिकित्सालय ऋषिकेश में अवस्थाओं पर नाराजगी व्यक्त की। इसी के साथ जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में स्टाफ एवं चिकित्सकों के उपस्थिति रजिस्टर अपने कब्जे में लिए जहां उन्होंने आधा घंटा व्यतीत करने के उपरांत लगी चिकित्सकों एवं चिकित्सा स्टाफ की क्लास भी लगाई।

 

बाइट :  सविन बंसल डीएम देहरादून

 

इसके बाद जिलाधिकारी संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय ऋषिकेश पहुंचे उन्होंने लर्निंग लाइसेंस बनाने आए आवेदकों से उनकी टाइमिंग पूछी और एआरटीओ कार्यालय परिसर में अनावश्यक घूम रहे लोगों के बारे में ली जानकारी लेने के साथ एआरटीओ कार्यालय के रिकॉर्ड रूम का निरीक्षण किया, जहां कार्यालय में बाबू खाली बैठे थे। फरियादी भीड़ में परेशान दिखाई देने पर जिलाधिकारी ने उनकी समस्याओं का कारण पूछा। जहां उन्होंने अधिकारियों के भी क्लास लगाई है ।

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