स्वामी विवेकानंद ने शिक्षा को समाज की रीढ़ माना : प्रेमचंद
रिपोर्ट : राव शहजाद
ऋषिकेश । कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर चंद्रेश्वर नगर मंदिर में बने स्वामी विवेकानंद साधना गुफा में कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान स्वामी विवेकानंद पर आधारित गोष्ठी का आयोजन भी हुआ। शुक्रवार को राष्ट्रीय युवा दिवस पर मंदिर के पुजारी प्रकाश द्वारा शिवलिंग के पार्थिव रूप की पूजा की गई। इसके बाद मंत्री अग्रवाल द्वारा पिछली विधायक निधि से स्थापित मन्दिर परिसर में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद स्वामी विवेकानंद के जीवन पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। डॉ अग्रवाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद एक व्यक्तित्व नहीं, एक बुनियाद हैं। स्वामी विवेकानंद भारत के ही नहीं, बल्कि विश्व के युवाओं के लिए उनके विचार प्रासंगिक एवं अनुकरणीय हैं। उनके विचार आज के विखंडित एवं पथभ्रष्ट समाज को जोड़ने के लिए रामबाण औषधि हैं। कहा कि स्वामी विवेकानंद ने शिक्षा को समाज की रीढ़ माना है। उनके अनुसार शिक्षा मनुष्यता की संपूर्णता का प्रदर्शन है। उन्होंने कहा कि धर्म वह विचार एवं आचरण है, जो मनुष्य के अंदर की पशुता को इंसानियत में और इंसानियत को देवत्व में बदलने की सामर्थ्य रखता है। उन्होंने भारत के विभिन्न हिस्सों में जाकर अपने भाषणों में धार्मिक चेतना को जगाने एवं दलित, शोषित व महिलाओं को शिक्षित कर उन्हें राष्ट्र निर्माण में योगदान देने पर जोर दिया। स्वामी विवेकानंद एक सच्चे राष्ट्रभक्त थे और उन्हें अपनी राष्ट्रीयता पर गर्व भी था। मौके पर मंडल अध्यक्ष सुमित पवार, जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा कविता शाह, जिला उपाध्यक्ष दिनेश सती, पार्षद शिव कुमार गौतम, श्याम बिहारी बोस, अनुचित मोर्चा मण्डल अध्यक्ष राधे जाटव, सुजीत यादव, राजू शर्मा, शम्भू पासवान, सन्दीप खुराना, निवेदिता सरकार, शशि मिश्रा, सुरेंद्र कक्कड, राजकुमारी पंत सहित अन्य मौजूद रहे ।