अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस पर दी शुभकामनाएं
शिक्षक नरेन्द्र खुराना ने दी शुभकामनाएं
ऋषिकेश। अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस पर शिक्षक नरेन्द्र खुराना ने सभी को अपनी शुभकामनाएं दी है । खुराना ने कहा की
दो शब्द बेटियों के नाम ओस की बूंद होती हैं बेटियां मम्मी पापा की प्यारी तथा भैया की दुलारी होती हैं बेटियां बेटा आंख है तो पलक होती है बेटियां माता सीता के वचनों से भी पीछे नहीं हटती है बेटियां कभी रानी लक्ष्मीबाई कभी राष्ट्रपति कभी कल्पना चावला कभी महादेवी वर्मा और अनेकों अनेकों रूप में नजर आती हैं बेटियां 9 दुर्गों के रूप में भी नजर आती हैं बेटियां कभी चंद्रघंटा कभी काल भैरवी कभी शैलपुत्री कभी मां दुर्गा कभी मां वैष्णो भी बन जाती हैं बेटियां दो दो कुलों की लाज होती है बेटियां बेटा बेटा कहते आए यह हमारा वंशज आएगा कभी बेटियों से भी पूछ पाए कि यह हमारी कितने कुल की लाज बचा पाएगी दिल मन ही मन रो रहा है शायद यह पता नहीं क्यों सो रहा है जब घर से बाहर निकाल देते हैं बच्चे मां बाप को कभी दूसरे घर में रहते हुए अपने मां बाप को रखने की हिम्मत रखती हैं बेटियां कहते हैं उनका कोई घर नहीं होता लेकिन वह हर दिल में रहती हैं बेटियां उनका हर दिल घर होता है उनको भी पंख फैलाने दो थोड़ा तो उड़ाने दो क्यों मारते हो कोख में उनको भी जीवन मैं आगे बढ़ने का मौका देने की अपील की है।