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पहाड़ों की भौगोलिक स्थिति के अनुरूप क्षेत्रफल के आधार पर पहाड़ों में विधानसभा का किया जाए परिसीमन : अनिता

ऋषिकेश ( राव शहजाद ) । बुराँश गढ़ देश साहित्य संस्था के बैनर तले उत्तराखंड एवं पहाड़ी प्रवासी नवोदित साहित्यकारों की रचनाओं के संकलन छप छपि काव्य संग्रह का विमोचन श्यामपुर तुलसी विहार स्थित आडवाणी धर्मशाला में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन निवर्तमान महापौर अनिता ममगाईं ने माँ सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर एवं पुष्प अर्पित कर किया। इस अवसर पर गणमान्य अतिथियों न्यायविद राजेश व्यास,पद्मश्री माधुरी बड़थ्वाल,डॉ विनोद प्रसाद विप्र एवं आचार्य गुरु मणि नौटियाल,डॉ भगत सिंह राणा हिमाद,संजीव चौहान ने लोक संस्कृति के संरक्षण पर जोर दिया। बुरांश गढ़ देश साहित्य संस्था के द्वारा लिखित छपछपि गढ़वाली पुस्तक के विमोचन के अवसर पर मुख्य अतिथि निवर्तमान महापौर अनीता ममगाईं ने संस्था के सभी पदाधिकारी को शुभकामनाएं दी एवं गढ़वाली बोली भाषा में छपी पुस्तक की सराहना करते हुए कहा की अपनी बोली भाषा संस्कृति सभ्यता को बचाने के लिए इस प्रकार के प्रयास बहुत ही सराहनीय हैं हम सभी को प्रयास करना होगा कि अपनी बोली भाषा में को बढ़ावा दें अपनी संस्कृति को बचाएं । निवर्तमान महापौर अनीता ममगाईं ने कहा कि जनसंख्या के आधार पर हो रहे विधानसभा परिसीमन के लिए समस्त उत्तराखंड वासियों को एकजुट होकर अपनी आवाज उठानी चाहिए की पहाड़ों की भौगोलिक स्थिति के अनुरूप क्षेत्रफल के आधार पर पहाड़ों में विधानसभा का परिसीमन किया जाए अन्यथा जनप्रतिनिधित्व घटने के कारण क्षेत्र का विकास प्रभावित होगा और वहां पहाड़ों से निरंतर पलायन होता रहेगा।

 

पदम् श्री माधुरी बड़थ्वाल ने कहा कि नवोदित साहित्यकारों को एक मंच पर लाने का जो प्रयास बुराँश गढ़ देश साहित्यिक संस्कृति संस्था ने किया है,वह सम्मान योग्य है।संस्कृति के संरक्षण के लिए युवा पीढ़ी को आगे आना होगा।पद्मश्री बड़थ्वाल ने अपने स्वरचित छन्दों से सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया।डॉ विनोद प्रसाद विप्र ने कहा कि प्रकृति और संस्कृति बचेगी तो हमारा समाज बचेगा।न्यायाधीश राजेश व्यास ने कहा कि मातृ शक्ति ही संस्कृति के संरक्षण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देकर इसे आगे बढ़ा सकती है।इस अवसर पर गढ़वाल और कुमाऊँ मण्डल सहित दूर दराज से आये हुए प्रवासी साहित्यकारों ने अपनी रचनाएं सुनाई।कार्यक्रम के संयोजक आचार्य गुरु मणि नौटियाल ने सभी का आभार जताया।कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्मश्री माधुरी बड़थ्वाल एवं संचालन नंदन राणा नवल ने किया।कार्यक्रम में अनिता जोशी,अंजना कंडवाल, डॉ ममता जोशी,संगीता बहुगुणा,डॉ भगत सिंह हिमाद,बेली राम कंसवाल, सुभाष सेमल्टी,सायनी उनियाल ,
शिव दयाल रतूड़ी,देवेंद्र जोशी,दक्ष पांडे सहित अन्य मौजूद रहे ।

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