एक्सक्लूसिव खबरेंटेक्नोलॉजीपर्यटन

गढ़रत्न नेगी ने हमेशा हमारी संस्कृति को बढाने के लिए बहुमूल्य योगदान दिया : अनिता ममगाईं

ऋषिकेश ( राव शहजाद ) । लन्दन में गढ़रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी को GBA अवार्ड से सम्मानित करने के बाद निवर्तमान महापौर ऋषिकेश अनिता ममगाईं ने रविवार को देहरादून स्थित गढ़रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी के आवास पर जा कर पुष्प गुच्छ भेंटकर बधाई दी. साथ ही शाल ओढाकर उनको सम्मानित भी किया । इस दौरान ममगाईं ने कहा यह हमारे लिए गर्व का पल है। नेगी ने अपने गीत संगीत से न केवल हमें और हमारे समाज को एकरूपता में बांधे रखा बल्कि युवा पीढ़ी को भी उन्हूने प्रेरणा दायक बहुत कुछ दिया है. आज युवा पीढ़ी भी उनको गर्व से सुनती है। जो अच्छी बात है और यह एक महान ब्यक्ति की निशानी भी है. हम बचपन से उनको सुनते आये हैं. अब लन्दन में उनको Global Brilliance Award (GBA) अवार्ड से नवाजे जाना हमारे देश प्रदेश के लिए फक्र की बात है. मां सरस्वती ने उनके कंठ में जो मिठास आशीर्वाद स्वरुप दी है उसको इश्वर बनाये रखे यही हमारी कामना है।

 

आपको बता दें, लन्दन के ऐतिहासिक ब्रिटिश संसद के हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखंड से नरेन्द्र सिंह नेगी को उनके 50 सालों में लोक गीत संगीत और संस्कृति को प्रोहत्साहन और योगदान के लिए भारतीय लोक गायन में विशिष्ट नेतृत्व (Distinguished Leadership in Indian Folk Singing) से पुरस्कृत किया गया है. इस दौरान ब्रिटिश संसद में गुंजा नेगी दा का “ठंडों रे ठंडों” इस ऐतिहासिक पल को (GBA) अवार्ड से नवाजे जाने से सभी को ख़ुशी है और गर्व है. इसमें भारतीय समुदाय के अतिविशिष्ठ लोगों को सम्मानित किया। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम का आयोजन IISAF ने किया. अवार्ड विजेताओं का चयन एक ज्यूरी द्वारा किया गया था. सभी विजेताओं को अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया. इसी के साथ उन्होंने अपने सदाबहार गाना ठंडों रे ठंडों…गा कर उपस्थित समस्त लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया । GBA कार्यक्रम में सहयोगी उत्तराखंड ग्लोबल फोरम के सह-संस्थापक संदीप बिष्ट ने इस मौक़े पे प्रसन्ता व्यक्त की और कहा कि यह सम्मान सिर्फ़ नेगी ही नहीं बल्कि संपूर्ण उत्तराखंड और 2 करोड़ से अधिक उत्तराखंडियों का सम्मान है। साथ ही आने वाले नये कलाकरों को प्रोत्साहित भी करेगा।

 

नेगी ने हमेशा पहाड़ो की सामाजिक सुखों और दुखों को अपने गीतों से उठाया है और हम आशा करते हैं कि वो आगे भी ऐसे ही गीत लेखन और गायन को जारी रखेंगे।IISAF के अध्यक्ष आदित्य प्रताप सिंह ने कहा प्रतिभाशाली भारतीय पेशेवरों के प्रयासों को वैश्विक मंच में मान्यता देने से भारत की प्रतिष्ठा को ऊपर उठाने में मदद करती है। नेगी जी जैसे लोक कलाकर जो पिछले 50 वर्षों से अपनी भाषा, संस्कृति, परंपरा को अपने गीतों के माध्यम से संरक्षित करते हुए तत्परता से आगे बढ़ा रहे हैं उनका यह सम्मान सारे समाज का सम्मान है।कार्यकर्म में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद लार्ड रमी रेंजर विंडसर, MP जैक रैंकिंग, मेयर प्रेरणा भारद्वाज और विभिन्न देशों के दूतावासों जैसे माल्टा, इटली आदि के प्रतिनिधियों ने भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रह कर गरिमा प्रदान की।

Related Articles

Back to top button