किन्नर समाज ने हर्षोल्लास के साथ निकाली शहर में शोभायात्रा
ऋषिकेश । ऋषिकेश में किन्नर समाज ने पहली बार कुलदेवी बोचार माई (मुर्गी देवी) की पूजा अर्चना के लिए आठ दिवसीय आयोजित कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम के तहत आज छठे दिन कुलदेवी बोचार माई (मुर्गी देवी) की मानवेंद्र नगर से त्रिवेणी घाट तक बैंड बाजों एवं ढोल नगाडों के साथ बडे़ हर्षोल्लास से विशाल शोभा यात्रा निकाली। इस अवसर पर किन्नर समाज की ऋषिकेश गद्दी की रजनी रावत ने अपनी गुरु माई राम प्यारी को याद करते हुए बताया कि ऋषिकेश के मानवेन्द्र नगर में 9 मई से कुलदेवी बोचरा माई (मुर्गी देवी) की बडे़ धूमधाम के साथ पूजा अर्चना की जा रही है। जो कि 16 मई सुबह 4 बजे तक चलेगी। कहा कि इस दौरान माईयों द्वारा कुलदेवी बोचरा माई की बड़े हर्षोल्लास के साथ पूजा अर्चना की जा रही है। बताया कि ऋषिकेश में यह कार्यक्रम पहली बार आयोजित किया गया है। जबकि देहरादून इससे पहले सात बार आयोजित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जब भगवान रामचंद्र को 14 वर्ष का वनवास हो गया था तो उन्हें छोड़ने के लिए अयोध्या के लोगों के साथ किन्नर समाज के लोग भी गए थे। भगवान रामचंद्र को छोड़ने के बाद सभी लोग वापस आ गए थे। मगर किन्नर समाज के लोग वहीं पर भगवान रामचंद्र की प्रतीक्षा में खड़े रहे।
जब भगवान रामचंद्र वापस लौटे तो वहां खड़े किन्नर समाज के लोगों से पूछा कि वह वापस अपने घर क्यों नहीं गए तो किन्नर समाज के लोगों ने बताया कि अपने सभी लोगों को वापस जाने का आदेश दिया था मगर हमें नहीं दिया। इसके बाद किन्नर समाज को भगवान रामचंद्र ने आशीर्वाद दिया कि वह लोगों के लिए शांति और दुआओं की प्रार्थना के लिए मंगल गीत गाएंगे और लोगों को दुआ देंगी।