धूमधाम से मनाया कृष्ण जन्माष्टमी समारोह
ऋषिकेश । अंकुर पब्लिक स्कूल में कृष्ण जन्माष्टमी समारोह का आयोजन किया । इस दौरान विद्यार्थी काफी उत्साहित नजर आए । शनिवार को अंकुर पब्लिक स्कूल में कृष्ण जन्माष्टमी का कार्यक्रम का आयोजित किया गया । जानकारी के मुताबिक श्री कृष्ण का जन्म देवकी और वासुदेव से हुआ था, हालाँकि उनका पालन-पोषण यशोदा और नंद ने वृन्दावन में किया था। यह त्योहार आम तौर पर भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि या अंधेरे पखवाड़े के 8वें दिन पड़ता है। महीने के अंधेरे पखवाड़े के आठवें (अष्टमी) दिन को भगवान कृष्ण के जन्म का जश्न मनाने वाला जन्माष्टमी त्योहार भाद्रपद (अगस्त-सितंबर) का है । कृष्ण कथा में आठ अंक का एक और महत्व है कि वह अपनी मां देवकी की आठवीं संतान हैं। छात्र कृष्ण, राधा, गोपिकाओं और अन्य रंगीन पोशाकें पहनते हैं। उन्होंने मुकुट बनाए और पहने और मटके और बांसुरी सजाए। शिक्षकों ने स्कूल को फूलों, रंगोली से रंग-बिरंगा सजाया और छोटे कृष्ण के लिए एक कृष्ण झूला भी बनाया। हमारे छात्रों और शिक्षकों ने कृष्ण जन्म, गीत और कृष्ण के जीवन पर आधारित कई मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं है । विद्यालय निदेशक वैभव सकलानी ने जानकारी देते हुए बताया की छात्र सीख सकते हैं कि दुनिया हमेशा उनकी मदद करती है जो दयालु होते हैं और यह बच्चों के लिए समझने का एक गहरा मुद्दा है, मनुष्य हमेशा अपने भाग्य को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं। भगवान कृष्ण हमें निःस्वार्थ भाव से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, अर्थात बिना किसी स्वार्थी इच्छा के कार्य करने के लिए। हमें अपने कार्यों के परिणामों को छोड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए।