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पुलिस ने ऋषिकेश एम्स के दो डॉक्टर सहित कुल पांच मुन्ना भाई दबोचे

 

ऋषिकेश। ऑल इण्डिया स्तर पर आयोजित एम्स की एमडी परीक्षा के दौरान नकल माफियाओं के सक्रिय होने तथा देहरादून से अन्य प्रान्तों में स्थित परीक्षा केन्द्रों में परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को अनुचित माध्यमों से नकल कराये जाने की गोपनीय सूचना वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को प्राप्त हुई थी। सूचना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश के नेतृत्व में कोतवाली ऋषिकेश तथा एसओजी देहात की सयुंक्त टीम का गठन की। गठित टीम ने गोपनीय सूचना के आधार पर 19 मई यानि कि रविवार को बैराज रोड से एक टाटा सफारी संख्या DL3CW5412 में बैठे पांच व्यक्तियों 1- अजीत पुत्र स्वर्गीय सतवीर सिंह निवासी मकान नंबर 540 सेक्टर 8 थाना जींद जिला जींद हरियाणा उम्र 44 वर्ष, 2-अमन शिवाच पुत्र अर्जुन निवासी गली नंबर 18/10 विकास कॉलोनी रोहतक हरियाणा उम्र 24 वर्ष, 3-वैभव कश्यप पुत्र संजीव कश्यप निवासी 260 अंबिका एनक्लेव सनौर पटियाला पंजाब उम्र 23 वर्ष, 4- विजुल गौरा पुत्र गोविंद लाल निवासी 2/5 पटेल नगर जिला हिसार हरियाणा उम्र 31 वर्ष व 5-जयंत पुत्र प्रकाश निवासी मकान नंबर 423 डिफेंस कॉलोनी जिला हिसार हरियाणा उम्र 22 वर्ष को ऑल इण्डिया स्तर पर आयोजित एम्स की एमडी परीक्षा ( इंस्टीट्यूट आफ नेशनल इंर्पाेटेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट जुलाई 2024) में गैर प्रान्त कांगडा हिमांचल के परीक्षा केन्द्र में अभ्यर्थियों को मोबाइल फोन एवं टैब के माध्यम से प्रश्न पत्रों के सॉल्वड उत्तर उपलब्ध कराते हुए गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्तों में दो डॉक्टर डां वैभव जेआर व डॉ अमन एम्स ऋषिकेश में चिकित्सक है। जिनके द्वारा परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्रों के सॉल्वड उत्तर बताये जा रहे थे। अभियुक्तों के खिलाफ कोतवाली ऋषिकेश में धारा 420, 468, 120(बी) भादवि के तहत मुकदमा दर्ज गया।

पूछताछ विवरण:-

पूछताछ में मुख्य अभियुक्त अजित ने बताया गया कि उनके द्वारा आज प्रातः 9 बजे से 12 बजे तक आयोजित एम्स की एमडी परीक्षा (इंस्टीट्यूट आफ नेशनल इंर्पाेटेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट जुलाई 2024) में हिमांचल इन्सीटयूट आफ इनजीनियरिंग एण्ड टैक्नोलोजी विध्यानगर नियर गर्वनमेंट डिग्री कॉलेज शाहपुर जिला कांगडा हिमांचल प्रदेश में स्थित परीक्षा केन्द्र में परीक्षा दे रहे तीन अभ्यर्थियों को परीक्षा में नकल कराई जा रही थी। परीक्षा के दौरान परीक्षा केन्द्र में बैठे परीक्षार्थियों द्वारा उन्हें अपने मोबाइल से प्रश्न पत्रों की फोटो खींचकर टेलीग्राम के माध्यम से उपलब्ध करायी जा रही थी। जिसका उत्तर उनके द्वारा टेलीग्राम पर बनाये गये ग्रुप के माध्यम से परीक्षार्थियो को उपलब्ध कराया जा रहा था। प्रश्न पत्रों के उत्तर सॉल्वड कराने के लिए उनके द्वारा एम्स अस्पताल के डॉक्टर वैभव जेआर व एक अन्य डॉक्टर अमन को हायर किया गया था। डा अमन अभियुक्त के एक दोस्त की मौसी का लड़का है। अभियुक्त द्वारा प्रत्येक अभ्यर्थी को एमडी की परीक्षा में पास कराने के एवज में 50 लाख रुपए लिए गए थे। जिसमें से उसके द्वारा अपने साथ काम करने वालों को दो से तीन लाख रुपए दिए जाते है तथा हमनेे प्रश्न पत्रों को हल करने के लिए एम्स ऋषिकेश से जिन डॉक्टरों को हायर किया गया था, उन्हे 2-2 लाख रुपए में हायर किया था। पूछताछ में अभियुक्त अजीत ने बताया कि उसकी तीन लैब है। जिनके माध्यम से वह अन्य प्रतियोगी परीक्षाओ मेें भी परीक्षार्थियों को नकद कराने के एवज में मोटी धनराशि लेता है। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक शंकर सिंह बिष्ट , उपनिरीक्षक विनेश कुमार चौकी प्रभारी एम्स, उपनिरीक्षक नवीन डंगवाल चौकी प्रभारी आईएसबीटी , उपनिरीक्षक ज्योति प्रसाद उनियाल चौकी प्रभारी आईडीपीएल, कांस्टेबल अमित कुमार, अशोक व एसओजी देहात टीम में आरएस खौलिया प्रभारी निरीक्षक एसओजी देहात, हेड कॉन्स्टेबल कमल जोशी, कॉन्स्टेबल नवनीत नेगी, मनोज कुमार व सोनी अन्य शामिल थे ।

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