यूकेडी ने प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया
रिपोर्ट : राव शहजाद
ऋषिकेश । उत्तराखंड क्रांति दल के युवा प्रकोष्ठ के नेतृत्व में उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारी ने कोयल घाटी से त्रिवेणी घाट चौक तक एक विशाल रैली निकाली और जोरदार प्रदर्शन व प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया। इस अवसर पर यूकेडी के संरक्षक त्रिवेंद्र सिंह पवार ने कहा कि पार्टी के अन्य मुद्दों में दो मुद्दे प्रदेश में मूल निवास और भू कानून प्रमुख है। उत्तराखंड उत्तर प्रदेश से पृथक होने के बाद भी प्रदेश में स्थाई निवास प्रमाण पत्र की सरकार द्वारा व्यवस्था की गई। जबकि उत्तर प्रदेश एक संयुक्त प्रदेश बनने पर संपूर्ण भारतवर्ष में 1950 मूल निवास की कट ऑफ डेट राज्य स्तर पर रखी गई जो भी नागरिक 1950 से जिस भी राज्य में रहता है वह वहां का मूल निवासी होगा। किंतु उत्तराखंड पृथक राज्य के बाद भाजपा और कांग्रेस की सरकारों ने मिलकर उत्तराखंड को मूल निवास से वंचित किया और अस्थाई निवास जनता के हाथों में थमा दिय। जिससे उत्तराखंड में ही उत्तराखंड वासियों के रोजगार और नौकरियों पर अन्य प्रदेश की युवाओं ने युवाओं ने ढाका डलवाने का काम किया है जबकि छत्तीसगढ़ भी हमारे समय का पृथक राज्य बना। छत्तीसगढ़ में मूल निवास होने की तिथि वर्ष 1934 रखी गई है। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय उपाध्यक्ष मोहन सिंह असवाल ने कहा कि भू कानून को लेकर आम जनमानस किसी भी तरीके से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। मौके पर महानगर अध्यक्ष वीरेंद्र नौटियाल, पंकज व्यास, विपिन रावत, प्रीति थपलियाल, पुष्पा नेगी, उषा चौहान , युध्वीर चौहान सहित अन्य मौजूद रहे ।