ग्रामीणों ने उठाई ग्राम पंचायत गठन की मांग
रिपोर्ट : राव शहजाद
ऋषिकेश । विस्थापित जनकल्याण समिति पशुलोक ऋषिकेश ने पुनर्वास क्षेत्र पशुलोक श्यामपुर क्षेत्र में ग्राम पंचायत गठन की प्रक्रिया में तेजी लाने को लेकर तहसीलदार के माध्यम से उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है । ज्ञापन में बताया कि टिहरी बांध परियोजना से प्रभावित होकर 13 ग्रामों के लगभग 3000 परिवारों को सन् 2000 में पुनर्वासित कर पुनर्वास स्थल पशुलोक श्यामपुर को बताया गया है। इतने वर्ष बीतने के बावजूद भी इन लोगों को अपनी ग्राम पंचायत गठन करने का अधिकार प्राप्त नहीं हो पाया है एवं अपने अस्तित्व को बचाने के लिये लोगों के द्वारा काफी संघर्ष और शासन-प्रशासन से प्रार्थना करने के बाद 17 अगस्त 2020 को 7 राजस्व ग्राम गठन करने की अधिसूचना जारी की गई।
जिसके बाद तीन वर्ष पूर्ण हो चुके हैं, लेकिन इस प्रकिया में कोई तेजी नहीं आ पाई है। जिसका नुकसान क्षेत्रवासियों को केन्द्र सरकार द्वारा मिलने वाली किसान सम्मान योजना व बैंको से मिलने वाले ऋण की योजनाओं से वंचित रहना पड रहा है। साथ ही अभी तक ग्राम पंचायत का गठन भी नहीं हो पाया है जिसके कारण यहां के क्षेत्रवासियों को छोटी इकाई मे मत देने के अधिकारों से भी अभी तक वंचित किया गया है। जोकि कहीं न कहीं क्षेत्रवासियों के मूल अधिकारों का हनन जैसा है।
बाइट : शूरवीर सिंह बागड़ी समिति सचिव
बाइट : शिवानी स्थानीय निवासी
बताया कि ग्राम पंचायत गठन न होने से क्षेत्रवासियों को आवश्यक दस्तावेजों जैसे जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र, वृद्ध, विधवा, विकलांग पेशन गौरा देवी कन्या धन योजना हेतु दूसरी ग्राम सभाओं पर निर्भर रहना पड़ता है। इसके अलावा भाग-2 रजिस्टर (संपूर्ण परिवार की सदस्यों की सूची) में भी नाम अभी तक दर्ज नहीं हो रहा है। जिससे केन्द्र व राज्य की लोक कल्याण योजना का लाभ भी क्षेत्रवासियों को नहीं मिल पा रहा है और क्षेत्र में सामाजिक, सांस्कृतिक व आर्थिक विकास नहीं हो पा रहा है। जबकि, क्षेत्र की जनसंख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। मौके पर समिति के अध्यक्ष हरी सिंह भंडारी, उपाध्यक्ष मनीष मैठाणी, संरक्षक ठाकुर जगवीर सिंह परमार, सचिव शूरवीर सिंह बागडी, संयुक्त सचिव विजय पाल, जनसंपर्क अधिकारी , मीना सजवाण, कोषाध्यक्ष आरएस चौहान, कार्यकारी सदस्य गिरिश नौटियाल, महावीर बागडी सहित अन्य मौजूद रहे।