टीएचडीसी ने पीएसएससी के साथ किए एमओयू साइन
ऋषिकेश ( राव शहजाद ) । टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड और पावर सेक्टर स्किल काउंसिल ने नई दिल्ली द्वारा ऋषिकेश स्थित टीएचडीसीआईएल के तक्षशिला सतत आजीविका एवं सामुदायिक विकास केंद्र में हस्ताक्षरित एक समझौता ज्ञापन के माध्यम से 7 जून, 2024 को एक रणनीतिक साझेदारी की गई है। इस सहभागिता का उद्देश्य आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करने के लिए टीएचडीसीआईएल के मा.सं. विकास केंद्र में आधुनिक बुनियादी सुविधाओं का उपयोग करना है। इस अवसर पर टीएचडीसीआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर. के. विश्नोई ने देश को विश्वसनीय और सस्ती 24×7 विद्युत उपलब्ध कराने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला है । बता दे की यह साझेदारी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के भीतर नवाचार और परिवर्तन को आगे बढ़ाने के लिए टीएचडीसीआईएल के समर्पण का एक प्रमाण है। विश्नोई ने कहा कि आधुनिक प्रशिक्षण पद्धतियों और समकालीन रणनीतियों का लाभ उठाकर, हमारा लक्ष्य विद्युत क्षेत्र की लगातार बढ़ती चुनौतियों का समाधान करना है। उन्होंने संगठन के स्थायित्व और तकनीकी विकास पर ध्यान केंद्रित करने के बारे में विस्तार से बताया, जो एक मजबूत और आत्मनिर्भर विद्युत उद्योग के राष्ट्रीय दृष्टिकोण पर केंद्रित है।टीएचडीसीआईएल के निदेशक
कार्मिक शैलेंद्र सिंह ने एमओयू को विद्युत क्षेत्र के भीतर कौशल विकास को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में हमारा अत्याधुनिक मानव संसाधन विकास केंद्र सिर्फ एक प्रशिक्षण सुविधा ही नहीं है । बल्कि यह नवाचार और उत्कृष्टता का भी केंद्र है। पर्यावरण-अनुकूल परिवेश में स्थित यह केंद्र विभिन्न ऊर्जा संसाधनों के दोहन पर केंद्रित अनेक कार्यक्रमों और कार्यशालाओं के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अत्याधुनिक तकनीकों से युक्त, मा.सं. विकास केंद्र सरकारी और निजी दोनों प्रकार के संस्थानों के लिए व्यापक आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है। व्यवसाय के अतिरिक्त प्रशिक्षण में हम योग, कार्य-जीवन संतुलन और सकारात्मकता पर सत्रों के माध्यम से समग्र विकास पर भी जोर देते हैं। निदेशक कार्मिक शैलेंद्र सिंह, टीएचडीसीआईएल और टीएचडीसीआईएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामय उपस्थिति में वी.के. सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, पीएसएससी, और एस.के. शर्मा, अपर महाप्रबंधक , टीएचडीसीआईएल, द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए है ।