टीएचडीसी ने ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन पर साइन किये
रिपोर्ट : राव शहजाद
ऋषिकेश । टीएचडीसी ने इन्वेस्टर्स समिट में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में उत्तराखंड के टिहरी में वाटर भारत हाई परफॉर्मेंस अकादमी के लिए ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। समझौते के अंतर्गत अकादमी कैनो स्प्रिंट, पैरा-कैनो और कैनो स्लैलम के विषयों में विश्व चैंपियनशिप, एशियाई स्तर की चैंपियनशिप और रैंकिंग चैंपियनशिप सहित अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों के लिए एथलीटों को प्रशिक्षित करने पर ध्यान केंद्रित करेगी। देहरादून के एफआरआई में आयोजित दो दिवसीय उत्तराखंड ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में आरके विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने इंडियन कयाकिंग और कैनोइंग एसोसिएशन (आईकेसीए), उत्तरांचल ओलंपिक एसोसिएशन (यूओए) और युवा कल्याण और खेल विभाग, उत्तराखंड सरकार के साथ एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की। यह हस्ताक्षर समारोह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सम्मानित उपस्थिति में आयोजित किया गया, जो टिहरी, कोटेश्वर, उत्तराखंड में टीएचडीसीआईएल वाटर स्पोर्ट्स हाई परफॉर्मेंस अकादमी की स्थापना की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रतिनिधियों में टीएचडीसीआईएल के निदेशक (कार्मिक), शैलेन्द्र सिंह, आईकेएसए के अध्यक्ष, प्रशांत कुशवाहा, यूओआई के सचिव, डॉ डी. के. सिंह, विशेष प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण, उत्तराखंड अमित सिन्हा (आईपीएस), और टीएचडीसीआईएल के कार्यपालक निदेशक (टीसी), एलपी जोशी (टीएचडीसीआईएल की ओर से तथा सुशासित करने वाली बॉडी के साथ समन्वय हेतु) शामिल थे। इसका उद्देश्य पुरुष और महिला एथलीटों के लिए आवासीय सुविधा के साथ अत्याधुनिक उच्च प्रदर्शन अकादमी के विकास की रूपरेखा बनाना है ।बता दे कि मुख्यमंत्री धामी ने टीएचडीसीआईएल की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि इस पहल का उद्देश्य वैश्विक पारिस्थिति की तंत्र बनाना है जो न केवल स्थानीय स्तर पर खेल को बढ़ाएगा बल्कि कोटेश्वर और टिहरी में उच्च प्रदर्शन एकडमी में अंतरराष्ट्रीय वातावरण विकसित करने में भी योगदान देगा। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्य ने भी इस ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने पर टीएचडीसी को हार्दिक बधाई दी। अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक टीएचडीसीआईएल आरके विश्नोई ने अकादमी की प्रतिबद्धता पर बल देते हुए कहा कि यह विदेशी एथलीटों का भारत में स्वागत करते हुए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देगी। यह पहल क्षेत्र में वाटर स्पोर्ट्स के विकास के लिए एक मजबूत आधार तैयार करने और अंतरराष्ट्रीय खेल मंच पर उत्तराखंड की प्रमुखता को बढ़ाने की दृष्टि के साथ संरचित की गई है।