सैनिक का जीवन त्याग और तपस्या का जीवन है : प्रेमचंद
रायवाला (राव शहजाद) । कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने छिद्दरवाला में एक कार्यक्रम के दौरान पूर्व सैनिक व अर्द्ध सैनिकों के भवन निर्माण के लिए 10 लाख रुपए विधायक निधि से देने की घोषणा की। जिसके लिए बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक तथा अर्द्ध सैनिकों के परिवारों द्वारा डॉ अग्रवाल का आभार प्रकट किया गया। छिद्दरवाला स्थित प्राइमरी पाठशाला में उत्तराखंड पूर्व सैनिक एवं अर्धसैनिक संगठन छिद्दरवाला की ओर से आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। डॉ अग्रवाल ने कहा कि सैनिक परिवार अनुशासित होता है देश की सरहदों पर अपनी जान की परवाह किए बिना एक सैनिक सुरक्षा के लिए सदैव मुस्तेदी से रहता है। प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि हमारी सरकार राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, चाहे कोई भी चुनौती क्यों न हो। “देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। कहा कि हमने देश के शत्रुओं को खत्म करने के लिए सशस्त्र बलों को खुली छूट दे रखी है। उन्होंने कहा कि पहले देश और सशस्त्र बलों में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी थी, लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली हमारी सरकार ने इस कमी को दूर कर दिया है। हम अपनी सेनाओं के साथ मजबूती से खड़े हैं। लोगों और संसद को हमारे सैनिकों पर पूरा भरोसा है। डॉ अग्रवाल ने कहा कि एक सैनिक का जीवन त्याग और तपस्या का जीवन है। यह उनका अपने देश के लिए प्रेम ही तो है कि वे अपने घर वालों को पीछे छोड़कर देश कि सेवा के लिए चले जाते हैं। कहा कि एक सैनिक का जीवन संघर्ष और गर्व का समन्वय होता है। जहाँ एक तरफ वो खतरे देश के लिए लड़ते है वही उन्हें देश के लिए क़ुर्बान होने का गर्व भी होता है। उन्होंने कहा कि हमें सदैव सैनिकों का सम्मान करना चाहिए। सैनिकों के योगदान को सदा स्मरण करना चाहिए, उन्हीं की वजह से हम अमन से रह पाते है। हम सभी को सैनिकों से प्रेरणा लेना चाहिए और अपने कार्य को देश की प्रगति में लगाना चाहिए। डॉ अग्रवाल ने कहा कि यदि आपको जीवन में अनुशासन का सही उदाहरण देखना हो तो एक सैनिक से अवश्य मिलें। उनका अपने देश के लिए पागलपन देखते बनता है। उनका अनुशासन उन्हें अपने घर-परिवार से दूर तो रखता ही है, साथ ही साथ भोजन, नींद और आराम को भी त्यागना पड़ता है। वाकई यह किसी तपस्या से कम नहीं। मौके पर संगठन के अध्यक्ष राजपाल सिंह रावत, संरक्षक मेजर वाईबी थापा, इंस्पेक्टर भोला सिंह रावत, बगीचा सिंह सरदार, गजेंद्र विक्रम शाही, प्रधान व पूर्व सैनिक सोबन सिंह कैंतूरा, अंबर गुरुंग, सुरेशी देवी रावत, फुल देवी, धीरज थापा सहित अन्य मौजूद रहे ।