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ऋषिकेश इंटरनेशनल स्कूल में राज्य स्थापना दिवस पर दी गई शानदार प्रस्तुतियां

ऋषिकेश । ऋषिकेश इंटरनेशनल स्कूल में उत्तराखंड स्थापना दिवस हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान सामूहिक रंगारंग कार्यक्रम की भी शानदार प्रस्तुतियां दी गई। शनिवार को ढालवाला स्थित ऋषिकेश इंटरनेशनल स्कूल परिसर में कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रबंधक मोहन डंग, सचिव कैप्टेन सुमंत डंग,विद्यालय प्रधानाचार्या द्धारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम गढ़वाली गीत देना होया से प्रारंभ किया गया । साथ ही कनिष्ठ वर्ग की छात्राओं द्वारा गढ़वाली गीत घुंघरू ना बजा व है मधु लोकगीत पर सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया । सीनियर वर्ग की छात्राओं द्वारा अपने उत्तराखंड को संबोधित करते हुए बहुत सुंदर नृत्य गीत राधा पांडव एवं हे नंदा गीत पर शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन अवनिका एवम अनीशका ने गढ़वाली एवम अंग्रेजी भाषा में किया । इस अवसर पर उतराखंड की विभिन्न कलाओं को दर्शाते हुए सभी छात्र छात्राओं ने उत्तराखण्ड से जुड़े कई प्रकार के अनाज एवम श्रृंगार का सामान और नंदा देवी की डोली की भी बहुत ही सुंदरतापूर्ण ढंग से प्रदर्शनी प्रस्तुत की। उत्तराखंड के नृत्य द्वारा गढ़वाल मंडल की लोककला,संस्कृति,रहन – सहन,वेशभूषा, खान -पान और तीज त्यौहारों और शिक्षा के महत्व को दर्शाया गया । कक्षा – 10 की छात्रा अवनी रावत ने उत्तराखंड स्थापना दिवस पर सुंदर अंग्रेज़ी भाषण की प्रस्तुति दी। इस आमंत्रित सभी विद्यालय समिति ने सभी बच्चों की खूब सराहना की ।

विद्यालय सचिव कैप्टेन सुमंत डंग ने सभी छात्र-छात्राओं उत्तराखंड स्थापना दिवस की बधाई देते हुए उन्हें आगामी जीवन में अपने राज्य के गौरव को बनाये रखने हेतु देश के प्रति अपने कर्तव्य को पूर्ण रूप से निभाने के लिए भी प्रोत्साहित किया । वही विद्यालय प्रधानाचार्या ने भी उत्तराखंड के विषय में अपने विचार प्रस्तुत करते हुए सभी को बताया कि हम जिस राज्य में रहते है,हमें गर्व करना चाहिए और राज्य की भाषा व् बोली को अपने जीवन स्तर में उपयोग में लाना चाहिए। साथ ही प्रण किया कि आने वाले हर साल में हम हर नई तकनीकी को अपनाएंगे तभी हमारा उत्तराखंड गौरवशाली बनेगा। मौके पर विद्यालय समन्वयक धर्मेंद्र सिंह, वरिष्ठ समन्वयक आरती कुरियाल, कनिष्ठ समन्वयक ज्योति कोठियाल, सुमन डोबरियाल, निशा लेखवार ,संजीत पंवार सहित अन्य अध्यापक एवम अध्यापिकाएं मौजूद रहे।

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